भारत का पाकिस्तान पर करारा प्रहार: 40 वर्षों में आतंकी हमलों में 20,000 मौतें

भारत का पाकिस्तान पर करारा प्रहार: 40 वर्षों में आतंकी हमलों में 20,000 मौतें: जब सच्चाई दुनिया के सामने आई

भारत ने संयुक्त राष्ट्र (UN) में पाकिस्तान की पोल खोलते हुए बताया कि बीते 40 साल में आतंकी हमलों में 20,000 भारतीयों की जान गई है। जानिए भारत ने क्या कहा और अंतरराष्ट्रीय मंच पर क्या हुआ असर।

भारत ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र (UN) के वैश्विक मंच से पाकिस्तान की असलियत उजागर की है। भारत ने दुनिया को बताया कि बीते 40 वर्षों में भारत में हुए आतंकवादी हमलों में करीब 20,000 नागरिकों की जान जा चुकी है। यह कोई साधारण संख्या नहीं है, बल्कि यह एक देश के दर्द, संघर्ष और सहनशीलता की कहानी है।

भारत ने इस मुद्दे को मजबूती से उठाते हुए पाकिस्तान को सीधे-सीधे आतंकवाद का संरक्षक बताया और कहा कि जो देश अपने यहां आतंकियों को पालता है, उसे मानवाधिकारों की बात करने का कोई अधिकार नहीं है।

UN में भारत का सशक्त बयान

भारत के स्थायी मिशन के वरिष्ठ राजनयिक ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में कहा कि पाकिस्तान लगातार भारत के खिलाफ झूठ और दुष्प्रचार फैलाता है। उन्होंने कहा:

“हम उस देश से झूठी और बेबुनियाद बातों को पूरी तरह खारिज करते हैं, जो खुलेआम आतंकवादियों को पनाह देता है और उन्हें भारत के खिलाफ इस्तेमाल करता है।”

भारत ने दो टूक कहा कि पाकिस्तान का आतंकवाद के प्रति रवैया पूरी दुनिया के लिए खतरा है और यह उसकी विदेश नीति का अभिन्न हिस्सा बन चुका है।

40 वर्षों का खौफनाक आंकड़ा

भारत ने UN में एक ऐसा आंकड़ा पेश किया जिसने सभी को झकझोर कर रख दिया।

  • करीब 20,000 नागरिक और सुरक्षाबल के जवान पिछले 40 सालों में आतंकी हमलों में मारे गए हैं।
  • इन हमलों में पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों का सीधा हाथ रहा है।
  • लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिद्दीन जैसे समूह पाकिस्तान की जमीन से भारत के खिलाफ हमलों को अंजाम देते रहे हैं।

कश्मीर मुद्दे पर भी भारत ने दिया मुंहतोड़ जवाब

पाकिस्तान बार-बार कश्मीर का राग अलापता है, लेकिन भारत ने UN में स्पष्ट कर दिया कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है।

भारत ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को कश्मीर को लेकर बयान देने का कोई अधिकार नहीं है, क्योंकि वह खुद अपने देश में अल्पसंख्यकों के साथ अमानवीय व्यवहार करता है।

पाकिस्तान का दोहरा चेहरा उजागर

भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के दोहरे रवैये को उजागर किया।

  • एक तरफ पाकिस्तान आतंकवाद का शिकार बनने का नाटक करता है।
  • दूसरी तरफ उसी की जमीन से भारत पर आतंकी हमले कराए जाते हैं।

भारत ने उदाहरण सहित बताया कि कैसे 26/11 मुंबई हमला, उरी अटैक, पुलवामा हमला जैसे भीषण आतंकी वारदातें पाकिस्तान की मदद से हुईं।

भारत का पाकिस्तान पर करारा प्रहार: 40 वर्षों में आतंकी हमलों में 20,000 मौतें: जब सच्चाई दुनिया के सामने आई

अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भारत की अपील

भारत ने संयुक्त राष्ट्र और सभी सदस्य देशों से अपील की कि वे आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हों और पाकिस्तान जैसे देशों पर दबाव बनाएं। भारत ने कहा कि:

“आतंकवाद को धार्मिक, क्षेत्रीय या राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए। आतंकवाद, आतंकवाद ही होता है – उसका कोई धर्म नहीं होता।”

आतंकवाद पर भारत की सख्त नीति

भारत की नीति हमेशा से स्पष्ट रही है – Zero Tolerance Against Terrorism

  • 2016 में भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकी लॉन्च पैड्स को तबाह किया।
  • 2019 में पुलवामा हमले के बाद बालाकोट एयर स्ट्राइक से दुनिया को संदेश दिया कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा।
  • भारत वैश्विक मंचों पर लगातार पाकिस्तान की असलियत को उजागर करता आ रहा है।

FATF और पाकिस्तान की स्थिति

भारत ने पाकिस्तान की आर्थिक हालत और उसकी आतंकवाद को समर्थन देने की नीति पर भी सवाल उठाए।

  • FATF (Financial Action Task Force) ने पाकिस्तान को बार-बार ग्रे लिस्ट में डाला है।
  • पाकिस्तान ने दिखावटी कार्रवाई कर कुछ आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध लगाए, लेकिन ज़मीनी हकीकत अलग है।
  • आज भी हाफिज सईद, मसूद अजहर जैसे आतंकवादी पाकिस्तान में खुलेआम घूमते हैं।

भारत को मिला अंतरराष्ट्रीय समर्थन

भारत के इस बयान का अंतरराष्ट्रीय मंच पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा।

  • अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों ने पहले भी पाकिस्तान से आतंक के खिलाफ सख्ती बरतने की मांग की थी।
  • संयुक्त राष्ट्र में भारत के सख्त रुख ने पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर शर्मिंदा कर दिया है।
  • दुनिया अब समझ चुकी है कि आतंकवाद का असली अड्डा कहां है।

अब चुप रहना विकल्प नहीं

भारत ने इस बार UN में जो कड़ा रुख अपनाया, वह केवल एक बयान नहीं बल्कि एक चेतावनी है। 20,000 से अधिक निर्दोष भारतीयों की शहादत अब और चुप रहने की अनुमति नहीं देती। भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान को आतंक का समर्थन बंद करना ही होगा, अन्यथा उसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर लगातार शर्मिंदगी झेलनी पड़ेगी।

40 साल में आतंकी हमलों में 20000 भारतीयों मारे गए… UN में पाकिस्तान की भारत ने खोली कलई

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