Red Alert : Delhi-NCR में तेज़ आंधी और बारिश की चेतावनी – पूरी जानकारी यहां

Red Alert : Delhi-NCR में तेज़ आंधी और बारिश की चेतावनी – पूरी जानकारी यहां

Delhi और NCR में बारिश और तूफान को लेकर आईएमडी ने रेड अलर्ट जारी किया है। जानें पूरा मौसम अपडेट, सुरक्षा उपाय, इको-फ्रेंडली सावधानियां और सार्वजनिक सेवाओं पर असर।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने Delhi, NCR और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश और तूफान के लिए Red Alert जारी किया है। इस चेतावनी के तहत नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद समेत पूरे एनसीआर क्षेत्र में अगले 48 घंटों में भारी बारिश, तेज हवाएं, बिजली गिरने और जनजीवन प्रभावित होने की आशंका जताई गई है।

इस विस्तृत रिपोर्ट में जानें:

  • Red Alert का कारण,
  • किन क्षेत्रों में सबसे ज़्यादा असर होगा,
  • इको-फ्रेंडली सावधानियां,
  • परिवहन और स्वास्थ्य सेवाओं पर असर,
  • और ताज़ा अपडेट।

Red Alert क्यों जारी किया गया?

IMD के अनुसार, 25 और 26 मई को Delhi-NCR में बहुत भारी बारिश और आंधी आने की संभावना है। इस दौरान:

  • 64.5 मिमी से अधिक वर्षा हो सकती है।
  • बिजली चमकने और तेज गर्जना के साथ बारिश होगी।
  • तेज़ हवाएं (50–70 किमी/घंटा) चल सकती हैं।
  • जलभराव, ट्रैफिक जाम, बिजली कटौती और फ्लाइट-ट्रेन में देरी की आशंका है।

Red Alert : Delhi-NCR में तेज़ आंधी और बारिश की चेतावनी

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किन इलाकों में सबसे ज़्यादा खतरा?

IMD और दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) के अनुसार, निम्न क्षेत्रों में सबसे अधिक प्रभाव की संभावना है:

  • New Delhi, Central Delhi
  • नोएडा, ग्रेटर नोएडा
  • गुरुग्राम, गाजियाबाद
  • फरीदाबाद, वेस्ट यूपी के कुछ इलाके

यमुना नदी के किनारे बसे निचले इलाके विशेष रूप से संवेदनशील हैं।

फ्रेंडली सुरक्षा उपाय

बारिश और तूफान के समय प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा करते हुए सुरक्षित रहना ज़रूरी है। यहां कुछ पर्यावरण-संवेदनशील उपाय दिए गए हैं:

1. प्लास्टिक से परहेज़ करें

  • प्लास्टिक रेनकोट या पॉलीथिन की बजाय रीयूज़ेबल जैकेट और इको-फ्रेंडली कवर का उपयोग करें।

2. पौधों और बाहरी वस्तुओं की सुरक्षा करें

  • गमलों को सुरक्षित स्थान पर रखें और सिंथेटिक कवर से बचें जो उड़कर कचरा बन सकते हैं।

3. कम प्रदूषण वाले सफर को अपनाएं

  • अनावश्यक ड्राइविंग से बचें, पब्लिक ट्रांसपोर्ट या कार पूल करें।
  • ट्रैफिक सिग्नल पर वाहन बंद रखें।

4. जल संरक्षण करें

  • बारिश के दौरान बगीचों में पानी देना बंद करें।
  • वर्षा जल संग्रहण का उपयोग सफाई कार्यों में करें।

नागरिकों को क्या करना चाहिए?

DDMA और Delhi सरकार ने नागरिकों को निम्नलिखित सावधानियों का पालन करने की सलाह दी है:

घर पर रहें

  • अनावश्यक रूप से बाहर न जाएं।
  • पेड़ों, खंभों और खुले मैदानों के पास खड़े न हों।

उपकरण चार्ज रखें

  • मोबाइल, पावर बैंक और टॉर्च को फुल चार्ज रखें।

आधिकारिक अपडेट पर नजर रखें

  • IMD वेबसाइट या Mausam ऐप से मौसम अपडेट लें।
  • सरकार के ट्विटर हैंडल और समाचार चैनल्स से जुड़े रहें।

इमरजेंसी किट तैयार रखें

  • सूखा खाना, दवाइयां, टॉर्च, पीने का पानी और रेनकोट पास रखें।

परिवहन पर असर

हवाई सेवाएं

  • इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से कई फ्लाइट्स में देरी की सूचना है।

रेलवे

  • नई दिल्ली, हज़रत निज़ामुद्दीन और आनंद विहार स्टेशनों से चलने वाली कई ट्रेनों में देरी की संभावना है।

सड़क मार्ग

  • रिंग रोड, आउटर रिंग रोड, एनएच-24 और द्वारका एक्सप्रेसवे पर जलभराव और ट्रैफिक जाम की खबरें आई हैं।

स्वास्थ्य और नगर सेवाएं

भारी बारिश के चलते जलजनित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। प्रशासन की तैयारी:

  • दिल्ली नगर निगम (MCD) नालियों की सफाई करवा रहा है।
  • अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
  • दिल्ली जल बोर्ड ने जल आपूर्ति के लिए टैंकर और हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।

वर्षा संबंधी आंकड़े

बीते 24 घंटे का डेटा:

  • सफदरजंग: 54 मिमी
  • पालम: 61 मिमी
  • लोधी रोड: 48 मिमी

आगामी 72 घंटे का पूर्वानुमान:

  • सोमवार: दिनभर भारी बारिश और आंधी।
  • मंगलवार: मध्यम बारिश और बादल।
  • बुधवार: हल्की बारिश, शाम तक मौसम साफ होने की संभावना।

स्कूल और कार्यालय

स्कूल

  • दिल्ली सरकार ने स्कूलों को बंद रखने की सलाह दी है।
  • ऑनलाइन क्लासेस का विकल्प सुझाया गया है।

ऑफिस

  • कई प्राइवेट कंपनियों ने वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दी है।
  • सरकारी कार्यालयों में आपातकालीन योजना लागू की गई है।

पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन

इस प्रकार की मौसमीय घटनाएं अब लगातार तीव्र होती जा रही हैं, जो जलवायु परिवर्तन का संकेत हैं। दिल्ली जैसे शहरी क्षेत्रों में बेतरतीब निर्माण, पेड़ों की कटाई और कंक्रीट के जंगलों के कारण बारिश का पानी जमीन में नहीं जा पाता, जिससे बाढ़ की स्थिति बन जाती है।

सरकार और नागरिक दोनों को मिलकर चाहिए कि:

  • ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करें,
  • वर्षा जल संचयन अपनाएं,
  • और सस्टेनेबल लाइफस्टाइल अपनाएं।

विशेषज्ञों की राय

आईएमडी प्रमुख डॉ. मृत्युंजय महापात्रा के अनुसार:

“मौसम में अस्थिरता और नमी के जमाव के कारण इस प्रकार की बारिश होती है। हमें शहरी नियोजन में जलवायु संवेदनशीलता को शामिल करना होगा।”

दिल्ली और एनसीआर में जारी रेड अलर्ट एक गभीर चेतावनी है। प्रकृति को नियंत्रित नहीं किया जा सकता, लेकिन हम तैयारी, जागरूकता और पर्यावरणीय सतर्कता से खुद को और अपने शहर को सुरक्षित रख सकते हैं।

नागरिकों से अनुरोध है कि:

  • घर में सुरक्षित रहें,
  • इको-फ्रेंडली उपाय अपनाएं,
  • प्रशासन के निर्देशों का पालन करें,
  • और किसी भी आपात स्थिति की सूचना नजदीकी नगर निकाय को दें।

प्रकृति की इस परीक्षा में संयम और सतर्कता ही हमारा सबसे बड़ा हथियार है।

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